'अर्थियन' विप्रो फाउंडेशन की एक राष्ट्रीय स्तर की पहल है जो देशभर के विद्यालयों और कोलेजों में सस्टेनेबिलिटी शिक्षण को बढ़ावा देने पर केन्द्रित है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य आपके विद्यालय में अधिक अर्थपूर्ण सस्टेनेबिलिटी शिक्षण, विषय के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराना और जीवन व शिक्षा के विभिन्न अंतरसंबंधों की समझ को विकसित करना है। यह विद्यालयों, शिक्षकों और विद्यार्थियों को अपने जीवन और समाज को और भली-भांति जानने में मदद करेगा।
'पर्यावरण मित्र' पर्यावरण शिक्षण केंद्र (सी. ई.ई.) द्वारा संचालित एक राष्ट्रीय पहल है जिसके अंतर्गत देशभर के विद्यालयों से युवा नेतृत्वकर्ताओं का एक नेटवर्क तैयार किया गया है जिनमें पर्यावरणीय टिकाऊपन की दिशा में कार्य करने के लिए जागरूकता, प्रतिबद्धता और चुनातियों का सामना करने की संभावनाएं हों। इस कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों को पर्यावरण एवं टिकाऊ विकास के मुद्दों के बारे में सीखने का अवसर प्रदान किया जाता है जिसमें वे स्वयं खोजने, पता लगाने, सोचने, कदम उठाने और परिणामों को साझा करने की दिशा में कार्य करतें हैं ।
विप्रो फाउंडेशन और सी.ई.ई. द्वारा पर्यावरण शिक्षा और सस्टेनेबिलिटी शिक्षण को विद्यालयों में ले जाने के लिए विप्रो के अर्थियन एवं सी.ई.ई. के पर्यावरण मित्र कार्यक्रम के तहत साझा सहयोग से काम करने के लिए साथ आयें हैं । इस साझा सहयोग के अंतर्गत यह कार्यक्रम बिहार, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश एवं पश्चिम बंगाल के विद्यालयों में लागू किया जा रहा है । हालांकि इस कार्यक्रम में देशभर से कोई भी विद्यालय इसमें भाग ले सकता है।
इस कार्यक्रम के अंतर्त्गत निम्न तीन विषय शामिल हैं:
विद्यालय द्वारा चयनित किये गए विषय पर विद्यार्थियों का एक समूह शिक्षक के मार्गदर्शन में गतिविधियों को आयोजीत करता है जिसके अंतर्गत वे अपने स्थानीय सन्दर्भ में चुने गए विषय से जुड़े सस्टेनेबिलिटी संबंधों का पता लगाते हैं ।